000 | 01078nam a2200181Ia 4500 | ||
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005 | 20250805121913.0 | ||
020 | _a9788174345679 | ||
041 | _aMAR | ||
082 | _b/केळ | ||
100 | _aकेळकर, संदीप | ||
245 | 0 | _aजावे भावनांच्या गावा | |
250 | _aSECOND | ||
260 |
_bराजहंस प्रकाशन _c2012 _aपुणे |
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300 |
_a192 _bPaperback |
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520 | _aआयुष्यात लौकिक अर्थाने यशस्वी होण्यासाठी कदाचित केवळ; बुद्धिमत्ता उपयोगाला येत असेलही, परंतु सुखी होण्यासाठी मात्र भावनिक बुद्धिमत्ताही जोपासावी लागते. स्वतःची त्याचप्रमाणे आपल्या मुलांचीही. त्याविषयी महत्वाचे काही.. | ||
650 | _aHUMAN DEVELOPMENT | ||
942 | _cBK-JPIP | ||
999 |
_c4190 _d4190 |